HDFC Bank : मौजूदा समय में लगभग हर किसी के पास बैंक का अकाउंट होता है। बैंक अकाउंट खास तौर पर दो तरह के होते हैं। पहला करेंट अकाउंट और दूसरा सेविंग अकाउंट। हालांकि ज्यादातर लोगों का सेविंग अकाउंट ही बैंक में होता है। इन सेविंग अकाउंट्स में एक मिनिमम बैलेंस रखना भी जरूरी है। ऐसा ना करने पर बैंक आपके ऊपर जुर्माना भी लगा सकता है। बैंकों में एक मिनिमम बैलेंस लिमिट होती है। जिसे मेंटेन करना जरूरी होता है। यह मिनिमम बैलेंस अलग अलग बैंकों के आधार पर अलग अलग हो सकता है।
क्या है जीरो बैलेंस अकाउंट
हालांकि कई सारे बैंक अपने ग्राहकों को जीरो बैलेंस बैंक अकाउंट की फैसेल्टी भी देते हैं। इसमें आपको कोई भी बैलेंस मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती है। बैंक ऑफ बड़ौदा की ऑफीशियल वेबसाइट के मुताबिक जीरो बैलेंस अकाउंट एक ऐसा अकाउंट है जहां पर यूजर्स को कोई भी मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करना होता है। ऐसे खातों में आमतौर पर मुफ्त लेनदेन और निकासी पर मासिक सीमा होती है। यदि आपका कुल लेनदेन मूल्य या निकासी की संख्या इस सीमा से अधिक है, तो बैंक लेनदेन के तरीके के आधार पर आपसे अतिरिक्त शुल्क ले सकता है। आइये ऐसे में अलग अलग बैंकों में मिनिमम बैलेंस क्राइटेरिया को चेक कर लेते हैं।
HDFC बैंक मिनिमम बैलेंस
HDFC बैंक की वेबसाइट के मुताबिक सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस बनाए रखना जरूरी है। शहरी इलकों में आने वाली ब्रांचों के लिए मिनिमम बैलेंस क्राइटेरिया 10,000 रुपये या 1 लाख रुपये की एफडी या फिर 5000 रुपये का औसत मंथली बैलेंस या 50 हजार की एफडी है। वहीं सेमी अर्बन ब्रांच के लिए यब तीन महीनों में 2500 रुपये है।
Important Link |
|
Link Active | SERVER I |
Join Us Telegram | Click Here |
Official Website | Click Here |